Wednesday, August 3, 2011

मेहनत की कमाई

मेरा नाम आनंद राज है .मैं अपने माँ बाप का छोटा लड़का हूँ ,मेरेपिता एक प्रसिद्द वैद्य थे .उन्होंने हमारी पढाई में कोई कमी नहीं रखी,लेकिन मैं बचपन में थोड़ा दुबला था ,इसलिए पढाई में भी कमजोर था .मेरा बड़ा भाई एम् कोम करने के बाद एक कंपनी में काम करने लगा .मेरी माँ चाहती थी की मैं भी अपने भाई की तरह पढ़ कर कोई अच्छी सी नौकरी करने लगूं,और मेरी भी शादी हो जाए .एक साल पहले ही मेरे भाई की शादी हुई थी .मैंने जैसे तैसे बी कोम कर लिया ,और नौकरी की तलाश करने लगा ,लेकिन सफलता नहीं मिली .मेरी माँ मुझे मोटा तगड़ा बनानेके लिए मुझे तरह तरह की दवाइयां खिलाती रहती थी .इस से फायदा तो हुआ ,लेकिन उन दवाइयों से मेरा लंड अचानक लम्बा और मोटा होने लगा .एक साल में मेरे लंड की लम्बाई 11 इंच और मोटाई 3 इंच हो गई .इसके अलावा मुझे एक और बीमारी लग गयी ,कि जब भी किसी सेक्सी लड़की की गांड या बूब देख लेता था ,तो मेरा लंडपैंट में खुद खड़ा हो जाता था .और उसे अन्दर दबाये रखना मुश्किल हो जाता था .मेरे दोस्त मुझे लंडराज कहने लगे .तभी मेरे भाई को एक अच्छी नौकरी का ऑफर मिल गया ,और उसे ट्रेनिंग के लिए बंगलोर जाना पड़ा .एक महीने के बाद उसे पक्की नौकरी मिलाने वाली थी .और वेतन भी अधिक था .माँ को मेरी चिंता सता रही थी ,वह बार बार मुझसे कोई काम तलाश करने पर जोर देने लगी .एक दिन इसी बात पर चर्चा हो रही थी ,तभी मेरी भाभी "अमीषा "बाथरूम से गीले कपडे पहने ही बाहर निकली .माँ बातों में व्यस्त थी .जैसेही मेरी नजर भाभी पर और तुरंत मेरा लंड खड़ा हो गया .उस समय मैं नहाने की तयारी कर रहा था ,और सिर्फ चड्डी पहने हुआ था .तभी माँ किसी औरत के बुलाने पर उसके साथ चली गयी .भाभी मेरे लम्बे लंड को देखकर थोड़ी देर तक खडी रही ,और अपने कमरे की तरफ जाते हुए मुझे पीछे आने का इशारा कर गई .
मैं भाभी के पीछे उसके कमरे में गया ,तो वह केवल पैंटी और ब्रेजिअर पहने पलंग पर बैठी थी .उसे इस हालत में देख कर मेरा लंड और कड़क हो गया .भाभी बोली आनंद तुम्हें नौकरी चाहिए ,तो मैं ऐसी नौकरी दिलवा सकती हूँ ,इसमे तुम बिना मेहनत हजारो रूपया हर महीने कम सकते हो .मैंने कहा लेकिन मेरे पास न तो कोई बड़ी डिग्री है ,और न सिफारश है .फिर ऐसी नौकरी कैसे मिल सकती है .भाभी ने कहा तुम्हारे पास एक ऐसी चीज है ,जिस से रुपयों की बरसात हो जायेगी .लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझको अपनी एक चीज देना पड़ेगी .और मुझे खुश करना होगा .मैंने कहा तुम जैसा कहोगी ,वैसा करूँगा ,जो मांगोगी दूंगा .मैं कसम खाता हूँ ,भाभी ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड कर कहा आनंद आज तुम अपने इसी लम्बे लंड से मेरी चूत की प्यास बुझा दो .बहुत दिनों से ऐसा मस्त लंड नहीं देखा है .मेरी चूत गर्म हो रही है .इसे ठंडी कर दो .तुम्हें नौकरी दिलवा दूंगी .मैंने कहा तुम मेरी भाभी हो ,क्या ऐसा करना उचित होगा .भाभी बोली आनंद जब लंड खड़ा हो और चूत गर्म हो तो तो सारे रिश्ते बेकार हो जाते हैं .सिर्फ चुदाई का रिश्ता रह जाता है .चूत और लंड की कोई जाति या रिश्ता नहीं होता है
मैं भाभी के पीछे उसके कमरे में गया ,तो वह केवल पैंटी और ब्रेजिअर पहने पलंग पर बैठी थी .उसे इस हालत में देख कर मेरा लंड और कड़क हो गया .भाभी बोली आनंद तुम्हें नौकरी चाहिए ,तो मैं ऐसी नौकरी दिलवा सकती हूँ ,इसमे तुम बिना मेहनत हजारो रूपया हर महीने कम सकते हो .मैंने कहा लेकिन मेरे पास न तो कोई बड़ी डिग्री है ,और न सिफारश है .फिर ऐसी नौकरी कैसे मिल सकती है .भाभी ने कहा तुम्हारे पास एक ऐसी चीज है ,जिस से रुपयों की बरसात हो जायेगी .लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझको अपनी एक चीज देना पड़ेगी .और मुझे खुश करना होगा .मैंने कहा तुम जैसा कहोगी ,वैसा करूँगा ,जो मांगोगी दूंगा .मैं कसम खाता हूँ ,भाभी ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड कर कहा आनंद आज तुम अपने इसी लम्बे लंड से मेरी चूत की प्यास बुझा दो .बहुत दिनों से ऐसा मस्त लंड नहीं देखा है .मेरी चूत गर्म हो रही है .इसे ठंडी कर दो .तुम्हें नौकरी दिलवा दूंगी .मैंने कहा तुम मेरी भाभी हो ,क्या ऐसा करना उचित होगा .भाभी बोली आनंद जब लंड खड़ा हो और चूत गर्म हो तो तो सारे रिश्ते बेकार हो जाते हैं .सिर्फ चुदाई का रिश्ता रह जाता है .चूत और लंड की कोई जाति या रिश्ता नहीं होता है
भाभी की यह बात सुनते ही मैं उसके ऊपर सवार हो गया .औरुसकी टांगें फैलाकर अपना लंड उसकी गुलाबी चूत के छेद पर रख दिया .और चूचिया पकड़ कर अपना मुंह भाभी के मुंह पर रख दिया .फिर एक जोर का धक्का मारा और लंड गप से चूत में समां गया .हालाँकि भाभी चुद चुकी थी ,लेकिन उसके मुंह से हाय निकल गई .वह बोली आनंद जरा धीमे से चोदो ,कहीं मेरी चूत किसी के भी कामकी नहीं रह जाये .मैंने धक्के लगते हुए कहा भाभी यह लंड रुकने वाला नहीं है ,चाहे चूत बर्बाद हो जाये .चूत तो फदवाने के लिए होती हैं .तुम आज की चुदाई हमेशा याद रखोगी .भाभी चुदती रही और उफ़ उफ़ ,ओय ओय करती रही .करीब चालीस मिनट की चुदाई में भाभी का तीन बार पानी निकला .तब मैंने अपना गर्म गर्म वीर्य उसकी चूत में डाला तो वह शांत हो गयी .उसके कपडे वीर्य से सन गए .और उसकी चूत से वीर्य रिस कर टपकने लगा .मैंने कुछ वीर्य उसकी छातियों पर भी गिरा दिया था .दस मिनट के बाद भाभी उठी और दोबारा नहाने के लिए जाने लगी .
लेकिन मेरी इच्छा कुछ और मजा लेने की थी .मैं भाभी के पीछे बाथरूम में घुस गया ,और बोला ,मैंने ही तुम्हें गंगा किया है .इसलिए मैं तुम्हें अपने हाथों से नहालाउंगा.फिर मई साबुन लेकर भाभी के शरीर पर लगाने रहा .उसे भी मजा आने लगा .जब मैंने भाभी की चूत और गांड पर हाथ लगाया तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया .तभी भाभी साबुन उठाने लिए झुकी .उसकी गोल गांड मेरी तरफ हो गयी .मैंने अनजान बनकर अपना लंड गांड के पास रखा तो ,भाभी चौंक कर बोली क्या अब मेरी गांड मरने का इरादा है .मेरी चूत तो तुमने लाल कर दी है .मैंने कहा अभी तो तुमने आधा मजा लिया है .अभी मेरे लंड का कमाल पीछे से भी देखो .भाभी बोली अगर मेरी गांड फट गयी तो क्या होगा .तुम्हारा लंड तो घोड़े की तरह है .और मेरी गांड सकरी है .मैंने कहा भाभी मुझे गांड मारने का अनुभव है .कुछ नहीं होगा ,सिर्फ तू अपनी गांड को ढीली छोड़ देना .लंड गांड में खुद रास्ता बना लेगा .
फिर मैंने अपने लंड और भाभी की गांड के छेद पर तेल लगा दिया .और भाभी की कमर पकड़ कर धक्का मारा .आधा लंड गांड को चीर कर अन्दर चला गया .दर्द के मारे भाभी मुंह लाल हो गया .वह लम्बी लम्बी साँस लेने लगी .तभी मैंने फिर जोर का धक्का मारा .पूरा लंड अन्दर समां गया .इसके बाद मैंने ऐसे धक्के लगाये क़ि भाभी की चूत से भी पानी निकल गया बाद में भाभी को अपने लंड पर बिठाकर भी जमकर गांड मारी.
आधा घंटे गांड मरवाने के बाद भाभी बोली आनंद तुमने मुझे पूरा गांडू बना दिया .मेरी गांड एकदम पोली हो गयी .इसमे गधे का लंड भी आराम से चला जायेगा .बड़ा मजा आया .मुझे समझ में नहीं आता कि औरतें गांड मरवाने से क्यों झिझकती है .आज मेरी गांड तुम्हारे लंड को दुआ दे रही है .आज से मेरी चूत और गांड तुम्हारी है ,जैसे चाहो चोदो.अगर्तुम रात दिन चोदोगे तो मैं मना नहीं करुँगी .मेरी तो यही इच्छा है कि तुम्हारा लंड मेरी चूत और गांड में घुसा ही रहे .
इसके बाद जब भाभी चलने लगी तो टांगें फैला कर चल रही थी .गांड सूज गयी होगी शायद .सबको ऐसी भाभी मिले यही मेरी दुआ है .
आगे की कहानी फिर बताऊंगा .





Wednesday, April 27, 2011

आखिर मैंने चुदवा लिया !

दोस्तों मेरा नाम आशा है ,मेरी एक सबसे प्यारी सहेली है ,जिसका नाम निशा है .हम दोनो की उम्र में सिर्फ चार महीने का अंतर है .हम आठवीं से लेकर कोलेज तक साथ साथ पढ़े हैं .हमारी शक्लें भी मिलाती जुलती हैं ,लेकिन विचारों में काफी अंतर है .लोग हमें आशा निराशा की जोड़ी भी कहते हैं निशा मुझे अपनी सभी बातें खुल कर बता देती है.मैनेक पुराने विचार की लड़की हूँ ,लेकिन निशा काफी एडवांस है.उसे लड़कों से दोस्ती करना ,उनके साथ पिकनिक में जाना ,मूवी देखना और गंदे मजाक करना पसंद है .वह लड़कों के साथ चुदाई करवाने को बुरा नहीं मानती है.वह मुझे भी कहती है ,आशा आज जमाना काफी आगे बढ़ गया है ,लोग शादी से पाहिले चुदवाने को बुरा नहीं मानते ,हमें भी ज़माने के साथ चलाना चाहिए .अगर मैं अपनी चूत की गर्मी शांत करा लेती हूँ ,तो क्या पहाड़ टूट जाता है ,चूत को तो हर हाल में चुदाना है .चाहे आज चुदाओ ,या बाद में .लेकिन मैं उसकी बातों पर ध्यान नहीं देती थी

अक्सर निशा से मेरी सेक्स के बारे में बहस होती रहती है .एक दिन मैंने उस से सवाल किया कि क्या ऐसे लड़कों के साथ सोना उचित है ,जिसे तुम प्यार नहीं कराती ,जो सिर्फ दोस्त है .तो निशा नेकहा चुदाई के लिए प्यार की नहीं ,दमदार लंड की जरूरत होती है .लंड जैसे ही चूत के अन्दर जाता है ,प्यार होने लगता है .और चुदाई में मजा आने लगता है .चाहे लंड किसी का हो .जब चूत गर्म हो जाती है ,तो हरेक लंड प्यारा लगाने लगता है .चाहे किसी भी साइज का हो .
मैंने कहा मुझे इस बात पर विश्वास नहीं है .निशा ने कहा जब तेरी चूत गर्म होगी तो पता चलेगा .तू किसी से भी चुदवाने को तैयार हो जाएगी ..मैंने निशा से कहा ऐसा कभी नहीं हो सकता ,मुझे आपने दिल पर काबू करना आता है .निसा ने चुनौती दे कर कहा मैं तुझे एक महीने का समय देती हूँ ,देखना तू किसी से भी चुदवाने को तय्यार हो जाएगी .मैंने भी चुनौती कबूल कर ली .
उस दिन से निशा अपनी योजना बनाने लगी .मुझे पा था कि निशा के कई लडके दोस्त हैं ,जो मुझे भी जानते हैं ,जिसमे नीरज और प्रमोद मेरे घर के पास ही रहते हैं .निसा ने कहा था वह उनसे कई बार चुदवा चुकी है .उनके लंड भी लम्बे मोटे हैं .निशा ने अपनी बात साबित करने के लिए उनसे मदद ली .
एक दिन निशा मेरे घर आई ,और बोली कि शाम को प्रमोद अपना जन्म दिन मनाने वाला है .मैं उसकी तरफ से तुझे न्योता देनेआयी हूँ .प्रमोद ने मुझे पहिले ही फोन कर दिया था .निशा बोली प्रमोद से सारा इंतजाम करने कि मुझे जिमेदारी दी थी ,इसलिए मैं अभी आ सकी हूँ प्रमोद ने अपने फ़ार्म हाउस वाले बंगले में व्यवस्था कर राखी है .वहां सिर्फ अपने खास खास दोस्त ही रहेंगे .तू उसकी पडौसी ,और क्लास फेलो है ,इसलिए उसने खास तौर से बुलाने को मुझे भेजा है .पार्टी शाम के नौ बजे शुरू होगी .तू तैयार हो जाना .मैंने तेरी मम्मी पापा से इजाजत ले ली है .ठीक आठ बजे मैं तुझे लेने आउंगी .निचे प्रमोद अपनी गाड़ी में खड़ा रहेगा .तू चुपचाप से गाड़ी में बैठ जाना .किसी को पता भी नहीं चलेगा .पार्टी रात के एक दो बजे समाप्त होगी .प्रमोद तुझे घर छोड़ देगा .
समय के अनुसार जब मैं निशा के साथ प्रमोद के बंगले पर गयी तो देखा कि,बंगला अच्छी तरह से सजा हुआ था .अन्दर एक बड़ा सा हाल था ,जिस पर एक टेबल पर केक रखा था .पास ही बैठने के लिए सोफे रखे थे.हाल पास वाले कमरों में बेड सजे हुए थे ,जिस पर साफ चादर बिछा हुआ था .हल में प्रमोद के दुसरे दोस्त हमारा इंतजार कर रहे थे ,रात को नौ बजे प्रमोद ने केक काटा.और मेरे मुंह में एक टुकड़ा दिया ,मैंने उसे सबके साथ मिलके बधाई दी .पास वाली टेबलों पर शराब कि बोतलें ,और गिलास रखे थे .प्रमोद से सबका इंतजाम किया था .निशा शराब कि चुस्की ले रही थी .म्यूजिक चलने लगा था .मैंने भी थोड़ी सी शराब पी ली थी .धीमे धीमे सह्राब अपना असर करने लगी .
जब सब खाना खा चुके तो निशा ने एक सुझाव दिया कि ,क्यों न हम ताश का एक खेल खेलें .जिसमे हरेक को तस कि गड्द्दी से एक ताश का पत्ता आँख बंद करके निकलना होगा और .अगर किसी ने पाहिले से बोले हुए पते कि जगह दूसरा पत्ता निकला तो ,उसे अपना एक कपड़ा उतर देना होगा .सब को यह बात बहुत पसंद आई .मैं भी इस खेल में शामिल हो गयी .
करीब एक घंटे के बाद करीब सब नंगे हो चुकेथे .लडके केवल अंडर विअर ,और लड़कियाँ केवल पैंटी में रह गयी .लड़को के लंड अंडर से साफ दिख रहे थे .सभीलंड खड़े हो रहे थे .और उछल रहे थे .यह देख कर मेरी चूत भी गीली हो रही थी .मैंने एक साथ इतने सारे लम्बे मोटे लंड नहीं देखे थे .मई शर्म के मरे तिरछी नज़रों से लंड देख रही थी .और सोफे पर बैठी थी .
तभी निशा ने सबको साथ में मिलकर डांस करने को कहा .सब उसी हालत में डांस करने के लिए जमा हो गए.

मैं एक तरफ बैठी थी ,तभी निशा ने मुझे अपने पास बुलाकर सब से कहा कि आशा भी एक अच्छी डांसर है .सबने ताली बजाकर मेरा स्वागत किया .फिर सब मिलकर डांस करने लगे ,उस समय कुल तीन लड़कियाँ ,मैं ,निशा और रश्मि ही बचे थे .और लड़कों में प्रमोद ,नीरज ,अजित और विनोद थे .नाचते समय एक दुसरे से सट जाते थे .लडके जानबूझकर अपने लंड लड़कियों की गांड से लगा देते थे .तभी एक लडके ने अपना अंडरवियर भी निकाल दिया .रोशनी में उसका लाल लाल लंड चमक रहा था .उसने अपना लंड मेरी गांड पर रखा तो मैं सिहर गयी .गर्म गरम लंड का स्पर्श मुझे बड़ा अच्चा लगा .कुछ लडके मेरी चूचियां भी दबा देते थे .प्रमोद ने तो मेरी चूत पर हाथ भी रख दिया .और मुझे चूम लिया .एक घंटे के बाद मैं थक गयी मुझे प्यास लगाने लगी निशा मेरे लिए पानी लेकर आयी .लडके बिअर पीने लगे .धीमे धीमे सभी लडके नंगे हो गए .सबके लंड खड़े हो गए थे .लंड के मुंह लाल लाल हो रहे थे ,जैसे किसी पर हमला करने की तय्यारी कर रहे हों ..
तभी मुझे अचानक नींद आने लगी .और मैं नींद में झोंके खाने लगी .निशा बोली यह थक गयी है .इसे थोड़ी देर आराम करने दो .बाद में प्रोग्राम शुरू कर देंगे .सारी रात पड़ी है .उसी समय निशा और रश्मि अपने कपडे निकालने लगे .और बोले की हमें गर्मी लग रही है .यहाँ कौन देखने वाला है सबने एक दूसरे की चुत और लंड देखे हुए हैं शर्म की क्या बात है .रश्मि बोली मैंने को कई लंड देखे हैं ,बल्कि अंदर भी लिए हैं .सचमुच बड़ा मजा आता है .काश आज भी चुदाई का प्रोग्राम हो जाता .निशा बोली मेरी
बोली चार चार घोड़े जैसे लंड देखकर मैं तो चुप नहीं रह सकती ,मेरी चूत में खुजली हो रही है .रस्मी भी बोली मैं भी लंड के बिना नहीं रह सकती .इतना अच्चा मौका किस्मत से मिलता है .तभी रश्मि ने प्रमोद का लंड मुंह में लेकर कहा हैप्पी बर्थ डे.प्रमोद बोला मेरी तरफ से मेरा लंड ले लो .

यह सुनते ही रश्मि और निशा दौड़ कर आगे बढीं ,और सभी लड़कों के लंड चूसने लगीं .मुझे यह देख कर ताज्जुब लगा की उन लड़कयों को लंड चूसने में इतना मजा क्यों आ रहा था ..वे पूरा पूरा लंड मुंह में लेकर उसका रस ले रही थीं .मैं अध जगी सी सब देख रही थी .शतद किसी ने पानी में कुछ मिला दिया था .मेरी चूत अजीब सी खुजली हो रही थी .मैं अपनी उंगली से चूत की खुजली मिटाने लगी .यह देख कर निशा बोली आशा यह खुजली इस तरह नहीं मिटेगी .इसकी खुजली तो सिर्फ लंड से मिट सकती है .तू बेकार अपना समय बर्बाद कर रही है .देख मैं और निशा तेरे ही सामने चुदवा कर दिखाते हैं .बड़ा मजा आता है .आजा तू भी चूत की खुजली मिटवा ले .रश्मि ने कहा डरने की कोई बात नहीं है .हम तो रोज चुदाई करते हैं .देख मेरी हेल्थ कितनी अच्छी है .यह लंड के पानी का असर है .लंड का पानी लड़कियों के लिए टोनिक होता है .इस से चूत ताजी रहती है
फिर दौनों मेरे सामने बरी बरी से हरेक लडके से चुदवाने लगीं ,रश्मि चुदाते समय मस्त हो गयी और लड़को को गलियां देकर जोर जोर से चोदने को कहने लगी .वह बोली भोसड़े वालो पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो .फाड़ दो मेरी चूत को .हाय हाय कितना मजा आ रहा है .निशा ने भी कहा सालो तुम क्या देख रहे हो ,मेरी चूत और गांड अपने लंड से भर दो . मई रात भर चुदवाने को तैयार हूँ .क्या करूँ मेरी सहेली लंड का मजा नहीं ले सकेगी.
फिर निशा और रश्मि ने चुदाई के ऐसे लकवे दिखाए कि मरी भी चूत से पानी रिसने लगा ,मैं भी लंड को छत में सटासट अन्दर बाहर होता देख कर मस्त हो गयी .चुदाई से फच फच कि आवाज कमरे में गूंज रही थी .तभी निशा ने नीरज से कहा ,नीरज आशा ने आज तक लंद्का स्वाद नहीं लिया है .इसे लंड स डर लगता है ,कि कहीं इसकी चूत न फट जाये .नीरज बोला मैंने मैंने आज तक करीब दस बारह लड़कियों को चोदा है ,लेकिन किसी कि चूत नहीं फटी ,और न किसी को जादा दर्द हुआ था .रस्मी ने पूछा तुम ऐसी क्या तरकीब लगाते हो जिस से चूत भी न फटे ,और तुम्हारा घोड़े जैसा लंड चूत में आराम से चला जाये .देखो मेरी सहेली आशा को दर्द नहीं होना चाहिए ,इसकी इस तरह से चुदाई करो कि यह यद् रखे ,और खुद चुदवाने कि इच्छा करने लगे .नीरज ने निशा और रश्मि से कहा तुम पाहिले आशा के कपडे निकाल दो ,और उसे गर्म करो .मैं उसे रस्ते पर लाता हूँ ,सभी लडके कमरे में जमा हो गए .सबके सामने मेरी गोरी गोरी चूत खुली पड़ी थी .जिसका गुलाबी छेद देख करलड़कों के लंड तन्ना रहे थे .कोई मेरी चूचियां मसलने लगा .कोई अपना लंड मेरे मुंह में देने लगा मुझे भी लंड का नमकीन स्वाद अच्चा लगाने लगा ,मुझे प्यास लग रही थी मैंने पानी का इशारा किया ,तो निशा बोली .हम तुम्हें चार लंड का पानी पिलाते हैं ,फिर निशाने सभी लड़कों कि पेशाब मिला कर मुझे पिला दी .जो मैं गट गट पी गयी .प्रमोद मेरी चूत ने जीभ डालकर चूत का स्वाद लेने लगा .बोला कसम से ऐसी चूत नहीं देखी.एक बार इस चूत का दरवाजा खुल जाये तो रोज इसे चोदता रहूँगा .हरीश ने मेरी चूत में उंगली से एक क्रीम लगा दी .जिस से मेरी चूत में वासना कि आग भड़क गयी ,मैं जोर से चिल्लाई ,अब मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती .मुझे जल्दी से चोद दो .चाहे मेरी चूत ही फट जाये यह सुनते ही हरीश मेरे ऊपर सवार हो गया ,निशा आर रश्मि ने मेरी टाँगें फैला कर चूत समनेकर दी .एक लडके ने मेरे मुंह में लंड दे दिया .फिर हरीश ने अपने लंड का नोकीला मेरी चूत के छेद पर रख दिया .लंड का गर्म गर्म स्पर्श मुझे अच्छा लगा ,मैंने भी सोचा एक न एक दिन चूत जरुर फटेगी ,लेकिन ऐसा मस्त लंड और ऐसे दोस्त नहीं मिलेंगे .क्यों न मजा ले लिया जाये .मैंने खुद लंड को पकड़ कर चूत के निशाने पर रख दिया .

और लंड सटक से मेरी चूत में समां गया .मुझे दर्द की जगह बहुत मजा आया .लंड मेरी चूत की गहराई तक चला गया था .फिर हरीश ने एअसे जोर के धक्के मारे कि मैं मस्ती में चिल्लाने लगी ,जोर से ,जोर से .पूरा लंड घुसा दो .फाड़ दो मेरी चूत को .ओह ओह मेरी माँ मजा अरह है .अगर मुझे पता होता कि इतना मजा आता है ,तो मैं बचपन से ही चुदवा लेती .हरीश ने एक घंटे तक मुझे चोदने के बाद अपना वीर्य मुझे पिलवा दिया .और बोला यह मेरी क्रीम है .
फिर प्रमोद ने सब लड़कों से कहा अब आशा कि चूत खुल चुकी है .इसके बाद सब आशा कि नयी चूत का मजा लेंगे .और आशा हम सबकी साझी चूत वाली है .उस रात सबने सवेरे तक मेरी चुदाई की.मैंने निशा के सामने हर मान और कहा तू सच कहती है .चूत को सिर्फ लंड चाहिए ,चाहे किसी का ही हो .अज से मैं किसा भी लडके को चुदाने से मना नहीं करुँगी .मेरी चूत सबके लिए है .और सबले लंड मेरे लिए है .
अगर आप भी मेरी सलाह मानेगी तो मजे करेंगी .इसलिए जल्दी जाओ किसी भी लडके से चुदवा लो
अपनी गांड मरवाई की बात बाद में बताएँगे











Thursday, April 21, 2011

मुंहबोला भाई -बहिनचोद

मेरा कोई सगा भाई नहीं है.इसलिए जब भी राखी या दूज का त्यौहार आता है मैं पड़ोस के एक लडके को राखी बांधती हूँ .उस लडके का नाम विशाल है .वह मेरा दूर के रिश्ते की बुआ का लड़का है .उसकी आयु 24 आयु 17 साल है .विशाल मेरे घर से 7 किलोमीटर दूर सिटी में कम्पूटर की मरम्मत की दुकान है .साथ ही विशाल वहीं पर विडियो लाइब्रेरी भी चलाता था .अपने साथ उसने एक लड़े को भी काम पर रहा था .जिसका नाम सुनील था .सुनील 27 साल का युवक था .उसका काम ग्राहकों को उनकी पसंद की सीडियां देना था .विशाल का घर दूकान और मेरे घर से बहु दूर था ,इसलिए उसने अपनी दूकान के ऊपर एक कमरा किराये पर ले लिया था .कमरे में लैट बाथ साथ ही थे .जब भी विशाल को समय मिलाता था वह एक दो दिन में मेरे घर जरुर अत था .कई बार मम्मी उस से बाजार से जरूरी सामान मंगवा लेती थी .
छोटी होने के कारण विशाल मुझे बहुत चाहता था ,और जब भी आता था मेरे लिए कोई न कोई चीज जरुर लाता मम्मी भी उसे पसंद कराती थीं ,और उस से हरेक बात में सलाह लेती थीं..विशाल के पिता गुजर गए थे ,और वसीयत में एक मकान छोड़ गए थे ,जो दुकान से दूर था ,उसी में विशाल की माँ रहती था ,विशाल दिन भर दुकान पर रहता था ,सुनील उसके लिए घर से खाना ले आता था .रत को विशाल घर में खाना खाता था .

यह घटना राखी के दिन की है ,हर साल की तरह मैं विशाल को राखी बांधती थी .और उसी के आने का इन्तेजार हो रहा था .विशाल ने मुझे राखी पर एक मोबाइल गिफ्ट देने का वादा किया था .उस दिन रह रह कर बरसात हो रही थी .और रास्तों में पानी भर गया था ,करीब शाम के पांच के करीब विशाल आया .और देर के लिए माफ़ी मांगी . फिर मैंने जब उसे राखी बांधी तो ,उसे मोबाइल देने का वादा दिलाया .खाने के बाद विशाल में कहा मेरे साथ मार्केट चलो ,तुम्हें जैसा मोबाईल चाहिए वैसा दिलवा दूंगा .उस समय शाम के सात बज चुके थे ,तभी जोर की बरसात होने लगी .मेरी मम्मी ने विशाल से कहा तुम अगले दिन मोबाइल खरीद देना .लेकिन मैं उसी दिन की जिद करने लगी .विशाल ने कहा अगर पानी के कारण देर हो गयी तो ? मगर मैंने कहा चाहे कितनी भी देर हो जाये नुझे तो मोबाईल चाहिए .मेरी मम्मी भी बोली बेटा यह बड़ी जिद्दी है .अगर तू आज मोबाईल नहीं देगा तो यह मेरी जान खाती रहेगी .मुझे तुम पर पूरा विश्वास है ,भले कुछ देर अधिक भी हो जाये .
विशाल बोला आंटी चिंता मत करो ,अगर बरसात जोर से आने लगेगी तो हम अपनी दुकान के ऊपरी कमरे में रुक जायेंगे .क्योंकि वह में सिटी में है .वहीँ नए नए तरह के मोबाइल मिलते है .
यह सुनते ही मैं विशाल की बाइक पर बैठ गयी .और जाते जाते विशाल ने ममी से कहा आंटी आप चिंता नहीं करो .मैं आपको फोन कर दिया करूँगा .
उस समय थोड़ी बून्दाबून्दी हो ताहि थी ,हमने काफी घुमानेके बाद एक मोबाईल पसंद कर लिया .लेकिन जैसे ही हम दुकान से बहार निकले तो मुसलाधार बरसात होने लगी .साथ में ठंडी हवाएं भी चलने लगी विशाल ने मेरी मम्मी को बता दिया कि हम बाजार में हैं ,हमें देर हो सकती है ,विशाल का कमरा थोड़ी दूर ही था ,उसने कहा कि बरसात रुकने तक मैं उसके कमरे में रुक सकती हूँ ,क्यों वहां कोई नहीं होगा ,कमरे की एक चाभी विशाल के पास थी .दूसरी उसने अपने नौकर को दे रखी थी .कमरे के आने तक हम पूरी तरह भीग चुके थे .मिझे सर्दी लग रही थी .मैं काँप रही थी .लेकिन उस कमरे में मेरे लिए दूसरा कपड़ा नहीं था ,विशाल ने मुझे अपना कुरता दे दिया ,मैं निचे से नंगी थी .
विशाल के कमरे में सिर्फ एक तौलिया और लुंगी थी .जब वह गिले कपडे बदने लगा तो उसकी तौलिया निचे गिर गयी .और उसका लम्बा मोटा ,गोरा ,प्यारा लंड मैंने देख लिया .शायद उसने जानबूझ कर ऐसा किया होगा .
मैं दो \तीन बार मोहल्ले के लड़कों से चुदवा चुकी थी .तब से मुझे लंड लेने की इच्छा होती रहती थी .मैं चाहती थी कि कोई लम्बा लंड वाला मेरी चूत की जमकर चुदाई करे और मेरी चूत की प्यास बुझादे .
विशाल का लंड मुझे अच्छा लगा ,10 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा था .मेरी चूत भर जाने पर भी लंड बचा रहता
जब से मैंने विशाल का मस्ताना लंड देखा देखा सर्दी होने बावजूद मेरी चूत में वासना की आग भड़क रही थी ,मैं सोच रही थी की ,किसी न किसी तरकीब से विशाल का लंड लिया जाये ,मैंने विशाल से कहा मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे सर्दी होने वाली है .तुम्हारे कमरे में गैस भी नहीं है ,वर्ना चाय बन सकती थी .विशाल ने कहा मैं तो नीचे से किसी दुकान से चाय मंगवा लेता हूँ .अगर कोई दुकान खुली हो ,मरे पास तो सिर्फ एक बोतल ब्रांडी है .मुझे जब भी सर्दी हो जाती है ,मैं एक दो पैग ले लेता हूँ .मैं नौकर सुनील को फोन करता हूँ वह चाय का इंतजाम कर देगा ,अगत तुम चाहो तबतक तुम भी एक पैग ले सकती हो .मैं खुश होकर बोली अगर तुम खुद अपने हाथों से पिलाओगे ,तो मैं पी लूंगी .
मेरा काम हो गया .मेरी चूत लुप लुपहोने लगी .मैंने फ़ौरन एक कि जगह तिन पैग ले लिए और कहा मेरी सर्दी जल्दी जाने वाली नहीं है ,मुझे और गर्मी चाहिए .विशाल में मुझे अपने पास बिठाया और कहा लो तुम मुझ से सट कर बैठ जाओ ,शायद मेरे शारीर से तुम्हे कुछ गर्मी मिल जाए .बातें करते वक्त विशाल मेरे शारीर पर हाथ फेरने लगा .उसका लंड लुंगी में उछलने लगा था .और मेरी चूत से रस रिसने लगा था .विशाल ने मुहे अपने बिलकुल पास लिटा लिया .और अपनी टाँगें मेरी टांगों में फसा लीं .मेरी चूचियां एकदम कड़क हो गयीं .विशाल कि सांसें मेरी सांसों से मिल रही थीं .
तभी विशाल का नौकर सुनील अचानक कमरे में अगया ,हम दरवाजा बंद करना भूल हाय थे ,हमें ऐसी हालत में देखकर सुनील पहले तो चौंका और बोला यार मॉल तो मस्त लाये हो ,क्या अकेले ही मजा लेने का प्लान था .विशाल ने कहा यह मेरी मुंहबोली बहिन है .सुनील बोला इस से कोई फर्क नहीं होता .यह तेरी सगी बहिन तो नहीं है ,तुझ्र यह कहावत पता नहीं ?
"लंड न देखे दिन या रात,छूत ने देखे रिश्ता नात"यार जब लंड टायर हो ,छुट गर्म हो .तो सरे रश्ते नाते भूलकर चुदाई का मजा लेना चाहिए ,ऐसे में अगर मेरी सगी बहिन भी होती तो ,मैं उसे चोदे बिना नहीं छोड़ता .यार छूत का अपमान नहीं करना चाहिए .
सुनील में मुझ से कहा ,आप ही बताइए क्या मैंने कोई गलत बात कही है .?ब्रांडी के नशे में ,या चुदवाने की इच्छा में मैंने हाहा तुम सच कह रहे हो .कुदरत ने सर्फ मर्द और स्त्री ही बनाये हैं ,रिश्ते तो लोगों ने बनादिये हैं .
विशाल ने कहा इसला मतलब ,तुम चुवाने को राजी हो .सुनील भी बोल पड़ा मैंने यह ज्ञान दिया है ,मेरा भी कुछ हक़ बनता है .इस लड़की को एक साथ दो दो लंड का मजा मिलेगा .यह भी याद करेगी कि चुदाई क्या होती है .विसाल ने मुझ से पूछा कि क्या तुम तय्यार हो ?मैंने अपना सर हिला कर हाँ का इशारा कर दिया .सुनील फ़ौरन नंगा हो गया ,उसका लंड भी दस इंच से कम नहींथा ,और कड़क होकर ऊपर नीचे हो रहा था.मुझे लंड का गुलाबी गुलाबी सुपरा बहुत प्यारे लग रहे थे ,और उनको चूसने कि इच्छा नहीं रोक पा रही थी
तभी सुनील ने विशाल हे कहा आओ अज पिंकी को दो दो लंड का मजा इ दें ,यह भी याद करेगी .अगर यह ऐसा मजा ले लेगी तो हमें खुद चोदने के लिए रोज बुलाया करेगी .विशाल ने कहा पिंकी आओ ,तुम मेरे खड़े लंड पर इस तरह चढ़ जाओ ,जिस से लंड फक से चूत में समां जाए .तुम चुद चुकी हो ,तुम्हे दर्द नहीं होगा .जिस समय में विशाल का लंड लेने के लिए लंड पर सवार होने लगी तो मेरी गंद सुनील के सामने आगई .उसने फ़ौरन अपना लंड मेरी गंद में घुसा दिया .लंड गांड में रास्ता बनाते हुए अन्दर समां गया .मेरी चीख निकने ही वाली थी लेकिन मने उसे रोक लिया .मजा लेने के लिए दर्द सहना ही पड़ता है ,वर्ना मजा कैसे आयेगा .फिर दौनों के लंड अपना कम करने लगे ,मई स्वर्ग के मजे ले रही थी मेरी चूत से चिकना रस रिस रहा था ,लेकिन गांड लाल हो रही थी
उस दिन दो घंटे तक मैं दोनो छेदों में दो दो लंड के मजे ले रही थी .थोडा सी ब्रांडी पीकर यही कम दुहराया गया ,दोनो झड गए ,मैंने उनके लंड चाट चाट कर साफ कर दिया .और वादा किया कि जब भी मैं रिंग करूँ तो सब कम छोड़कर मेरी चूत कि सा सर्दी निकल दिया करो .
आज भी मैं चुप कर दोनो से लंड ले रही हूँ ,मेरी गांड इतनी पोली हो गयी है कि गांड मरवाने में कोई तकलीफ नहीं होती ,बल्कि मजा आता है
अगर आप चाहे तोआप भी मेरे साथ मजा ले सकते हैं आखिर छूट और गांड किस लिए होते है ?
जो लड़कियाँ दो दो लंड लेती हैं ,वह जवान बनी रहती हैं गांड मरवा कर देखो





Sunday, April 17, 2011

पीछे से सुहागरात

आपको यद् होगा की मेरी एक दोस्त ने मुझ से अपनी सच्ची कहानी बताने को कहा था ,और मैंने अपनी सुहागरात की कहानी भेज दी थी .जिसे आपने अधूरी पढ़ी है .इसमे मैंने अपनी पत्नी के साथ चुदाई की बात कही है .किस तरह मैंने अपनी पत्नी निशु की चूत का उद्घाटन किया था .और कैसे मजे किये थे .आप भी यह पढ़कर अपनी पत्नी की जरुर चुदाई किये होंगे .
अब मैं कहानी आगे बढ़ा रहा हूँ ,कि मैंने निशु कि गांड कैसे मारी थी .और उसे कैसा लगा था .मुझे यकीं है कि इसे पढ़कर आप किसी लड़की कि गांड मारने का मजा जरुर लेंगे .मेरी पत्नी चुदाई का मजा ले चुकी थी .उसे चुदवाने में इतना मजा आने लगा था कि ,हर रात वह बिना चड्डी पहिने ही सोती थी .और चूत को हमेशा शेव कराती थी ..और अपनी चूत में खुशबु भी लगाती थी .वैसे मुझे चूत की असली खुशबु और स्वाद बहुत पसंद है .चूत का स्वाद लिए बिना मुझे चुदाई में मजा नहीं आता .
लेकिन जब भी मैं निशु की गांड मारने की कोशिश करता निशु किसी न किसी कम का बहाना कर देती थी .शायद उसे मेरे इरादे का पता चल गया था .वह सोचती होगी कि अगर ज़रा सी सकरी गांड में यदि मुसल जैसा लंड जायेगा तो ,गांड जरुर फट जायेगी .मैं तरकीबें सोचने लगा ,और मौके कि तलाश में रहने लगा .

क्योंकि मेरा मानना है कि ,अगर किसी लड़की कि गांड मार ली जाये तो ,वह हमेशा के लिए आपके लंड की दीवानी हो जाएगी .गांड मारने के लिए सख्त और लम्बा लंड होना जरूरी है .लड़कियाँ गांड मरवा लार लंड की ताकत का अंदाजा कर लेती हैं .फिर जब किसी लड़की की नर्म गांड में लंड जाता है तो .चारगुना मजा आता गांड अपने आप लंड को अन्दर से कस लेती है .गांड सकरी होती है और चूत इलास्टिक की तरह फ़ैल सकती है .गांड मारने वाले और मरवाने वाली को बड़ा मजा आता है .

मेरी पत्नी निशु अपने बोडीशेप पर बहुत ध्यान रखती थी .उसकी किसी सहेली ने उस से कहा था कि अक्सर शादी के बाद लड़कियां मोटी होने लगती हैं ,या उनके कमर के आसपास चर्बी जमा होने लगाती है .जिस से शरीर बेडौल दिखने लगता है .इसलिए निशु हमेशा काम में लगी रहती थी .वह कहती थी कि ,मैं प्रियंका चोपड़ा ,विपाशा बसु और मल्लिका शेरावत जैसी स्लिम बनी रहना चाहती हूँ .मैंने कहा क्या तुम्हें पता है कि ,यह सब अपना ऐसा शरीर बनाये रखने के लिए क्या करती हैं .यह लोग रोज अपनी गांड मरवाती हैं .इस से इनकी कमर पतली ,और शरीर स्लिम बना रहता है .फिर मैंने निशु को नेट से कुछ विडियो दिखाए जिसमे प्रियका युवराज से ,विपाशा जोन अब्राहम से और मल्ल्लिका किसी विदेशी से मजे से गांड मरवा रही थी .पूरा पूरा लंड उनकी गांड में आराम से अन्दर बहार हो रहा था ,वह कुतिया कि तरह पीछे से गांड मरवा रही .रहीं .
यह देखकर निशु दंग रह गयी ,और बोली इस से कोई दर्द तो नहीं होगा ?मेरी गांड तो नर्म और सकरी है ,कहीं फट न जाये ? आपका लंड तो लम्बा ,मोटा है .मैंने निशु से कहा पाहिले इनकी गांड भी तुम्हारे जैसी थी ,लेकिन देखो किसे मजे से गांड में लंड ले रही हैं .
मैं तुम्हारी गांड भी इनकी गांड जैसी बना दूंगा .यदि तुम मेरा सहयोग दोगी.फिर देखना कितना आनंद आता है .तुम खुद ही रोज गांड मरवाने कि इच्छा करोगी .
उस दिन दोपहर का समय था .निशु आखिर गांड मरवाने पर राजी होगई
मेरी ख़ुशी का पारावार नहीं था .लंड उछलने लगा ,मैंने फ़ौरन निशु को गोदी में उठाया और कमरे में लेजा कर पलंग पर लिटा दिया .फिर अपना लंड निशु के हाथ में देकर कहा डरो नहीं ,मेरा यह लंड तुम्हारी गांड को कोई तकलीफ नहीं देगा .तुम सिर्फ गांड ढीली रखना ,और मेरे अनुसार सहयोग देना .मैंने निशु के सारे कपडे निकल दिए .उसकी गुलाबी गांड लुप लुपहो रही थी .और मेरा लंड सांप कि तरह फनफना कर बिल में घुसने को तैयार होने लगा .मैंने निशु को अपनी गांड मेरी तरफ करने और ऊंची करने को कहा ,ताकि गांड का छेद लंड के .निशाने पर आ जाए
फिर मैंने निशु कि गांड के बहार और छेद के अन्दर तक तेल लगा दिया .और एक उंगली गांड में घुसा दी .निशु चुप्रही ,फिर मैंने एक साथ तिन उंगलियाँ गांड में घुसायीं और घुमा कर गांड को चौड़ा किया .निशु ओय ओय करती रही .जब गांड पूरी तरह खुल गयी ,और लंड सहने के लायक बन गयी तो मैंने अपने लंड पर भी तेल लगा दिया .ताकि लंड सटाक से गांड में चला जाये .
मैंने निशु से कहा तुम गांड को ढीली रखना ,अगर दर्द होने लगे तो बता देना .सिर्फ जरा सा दर्द होगा ,जैसा पहिली बार चुदवाने में हुआ था .फिर मैंने निशु कि कमर को जोर से जकड लिया और लंड गांड के छेद पर रख दिया .गांड पर लंड का गर्म गर्म स्पर्श होते ही निशु कि गांड अपने आप ही मुंह फ़ैलाने लगी .मैंने थोडा सा दवाब देकर लंड का सिरा अन्दर घुसा दिया ,जो आराम से चला गया .यह मेरी पहिली जीत थी .फिर एक धक्का लगाकर चौथाई लंड गुसा दिया ,निशु के मुंह से" ओह मेरी मम्मी मर गयी "ओह ओह ,ई ई की आवाज निकल पड़ी .लेकिन मैंने उसकी परवाह नहीं की .दो मिनट र्य्काने के बाद मैंने एक और जोर का ऐसा धक्का मारा कि लंड गांड को फैला कर पूरा जड़ तक समां गया .निशु का मुंह दर्द से लाल हो गया .गांड में बिलकुल जगह नहीं रही .निशु चिल्लाई मेरी गांड फट गयी ,आपका लंड गांड से होकर मेरी चूत से निकल जायेगा .प्लीज लंड निकाल लो .लेकिन ,ऐसे में लंड निकालने से फिर निशु कभी गांड नहीं मरवाती .मैंने लंड अन्दर ही रहने दिया .और हाथ से निशु कि चूत को सहलाने लगा .जिस से उसे दर्द में राहत सी लगी .वह वैसी ही झुकी पड़ी रही .
फिर मैंने धीरे धीरे लंड को बहार अन्दर करना शरू कर दिया .तेल से आसानी हो रही थी .पांच मिनट के बाद लंड आराम से गांड में पिस्टन कि तरह चलने लगा .निशु को भी दर्द नहीं होने लगा .उसने खुद गांड को मेरे लंड की तरफ धकेलना शुरू कर दिया .उसकी चूत से चिकना रस निकाल कर चादर पर टपक गया .मैं समझ गया कि अब जमकर गांड मारी जा सकती है .गांड पोली हो चुकी है .जैसी प्रियंका चोपड़ा और दूसरी ऐक्ट्रेस कि हैं
इसके बाद मैंने निशु कि गांड में लंड के ऐसे करारे ढके मरे कि ,उसकी गांड कि सारी नसें ढीली हो गयीं .वह फकाफक लंड लेने लगी .और अपनी गांड उछलने लगी .निशु बोली सचमुच बड़ा मजा आ रहा है .अगर इस आनंद के लिए गांड भी फट जाये तो कोई हर्ज नहीं है .मुझे अज पता चला कि फिल्म की एक्ट्रेसें रोज गांड क्यों मरवाती हैं .और उनकी कमर पतली क्यों बनी रहती है .
आज से मैं भी गांड मरवाऊँगी.आप जब चाहो मेरी गांड मार लेना .आप ठीक ही कहते हैं कि लड़कियों के दोनो छेद लंड लेने के लिए ही बने हैं जिस लड़की ने गांड नहीं मरवाई उसने जिंदगी का असली मजा नहीं लिया आज मैंने गांड मरवा कर सुहागरात की जगह "सुहाग दिन "मन लिया है .आज से रातकी चुदाई को "सुहाग रात "और दिन की गांड मराई को "सुहाग दिन "कहा करुँगी
दोस्त मैने जब यह कहानी अपनी दोस्त बता कर पोस्ट की थी .उसके पाहिले ही निशु की गांड मारी थी .वह मेरी दोस्त की आभारी है ,जिसके कारण गांड मरवाने का मजा मिल रहा है
क्या आप भी यह सच्ची कहानी पढ़कर गांड का मजा लेने वाले हैं ? लड़कियाँ जरुर आजमाकर देखें


Saturday, April 16, 2011

शीलू के लिए कहानी !

कुछ महीने पहिले नेट पर चैटिंग के दौरान मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई .मैं नर ओअर अपनी कहानियां प्रकाशित करता हूँ .वह लड़की मेरी फोलोवर मुझे भी उसकी बातें अच्छी लगाने लगीं .वह बातों बातों में मुझ से काफी नजदीक आगई .और हम एकदूसरे की निजी बातों में शेयर करने लगे .हालाँकि मैं शादीसुदा हूँ ,और वह लड़की शायद कुँवारी है .वह अक्सर मुझसे अपनी शादी और पत्नी के बारे में पूछती रहती है .एक दिन अचानक उसने मुझसे कहा कि मअं आज उसे कोई ऐसी बात बताऊँ ,जिसको सुनकर वह हमेशा आज का दिन याद रखे .और उसे जब भी याद करे तो हॉट हो जाये .मुझे उसकी यह बात पसंद आ गयी ,क्योंकि मैं उसका दिल नहीं तोड़ सकता था .वह मेरी जिंदगी में पहिली ऐसी लड़की है जिसने मुझसे सेक्स के बारे में खुलकर बात की थी .और जिसे मैं सबसे अधिक पसंद करता हूँ .
इसलिए मैं अपनी दोस्त शीलू को अपनी सुहागरात की सच्ची कहानी भेज रहा हूँ .ताकि वह पढ़कर हॉट हो जाये .
शादी के बाद हमें हनीमून पर जाने का मौका ही नहीं मिला ,क्योंकि एकतो हमारा परिवार पुराने विचारों का है ,दुसरे शादी के एकही दिन पाहिले हमारे एक रिश्तेदार का एक्सीडेंट में पैर टूट गया था .इसलिए पंडित ने हमें पञ्च दिनों तक घर मेही रहने को कह दिया था .और घर के लोगों ने हमें पास के नए घर में रहने का इंतजाम कर दिया था .शादी के पाहिले ही मेरे पिता ने यह घर हमारे लिए बनवाया था .मकान में दो कमरे निचे और एक कमरा ऊपर था .खाने की व्यवस्था पुराने घर से होती थी .मेरी भाभी के आलावा किसी को हमारे नए घर में पांच दिनों तक जाने की इजाजत नहीं थी .इसलिए हमें पत्नी के साथ बात करने का पूरा समय था .मेरी पत्नी गोरी ,स्लिम ,और सेक्सी है .शादी के समय वह और भी सेकसी लग रही थी .जब मैं उस से मिलाने गया तो वह नहा चुकी थी ,और एक ओपन मेक्सी पहने हुई थी .मुझे देखकर वह चौंक कर डर गयी .शायद उसने मेक्सी के नीचे कुछ नहीं पहिना था .मैंने पूछा की क्या तुमने कभी किसी मर्द्को नहीं देखा ?जो डर रही हो .वह चुप रही .मैंने कहा क्या तुम इस शादी से खुश नहीं हो ?फिर भी वह चुप रही .मैंने फिर कहा की अब तुम मेरी पत्नी हो .अगर मैं तुमसे कुछ मांगूंगा तो क्या तुम दोगी?मेरी पत्नी का नाम निशा है ,मैंने उसे निशु कहकर सवाल किया ,तो वह बोली मेरा सबकुछ आपका है .मैं आपको मैं कैसे कर सकती हूँ .अगर अप मुझ से एक चीज मांगेंगे ,तो मैं बदले में दो चीजें दूंगी
इतनी बात सुनकर मेरी दोस्त ने चैट से पूछा कि अपने पत्नी से कौन सी चीज मांगी ,और उसे क्या देनेवाले थे ?
मैंने कहा कि ,मैंने पत्नी निशु से कहा कि मुझे तुमसे दो छेद चाहिए ,जिसमे अपना एक औजार रख सकूँ .मेरी पत्नी समझ गयी और बोली कि आप मेरी चूत और गांड के छेद कि बात कर रहे हैं .और मेरी चुदायी के साथ गांड भी मारना चाहते हैं .मगर मैं ऐसा नहीं करने दूंगी .
मैंने जब कारण पूछा तो निशु बोली इसमे बहुत दर्द होता है .मैंने पूछा क्या तुमने इसका अनुभव किया है ?निशु बोली जब मेरे मौसरे भाई की शादी हुई थी ,तो मैं पास के कमरे मैं एक खिड़की से सुहागरात के नज़ारे देख रही थी .मी देखा कि मेरा भाई अपना लंड मेरी भाभी कि चूत जोर जोर से धकेल रहा था ,भाभी जोर जोर से उह ,उह ,हाय हाय ,अरे अरे कि आवाजें निकल रही थी .भाई का पूरा लंड चूत के अन्दर बहार हो रहा था .चूत से चिकना सा रस निकल रहा था ,लेकिन भाई जम कर चुदाई में मस्त हो रहा था ..मुझे तो दर लगता है ,मेरा क्या होगा .?
मैंने अपना लंड निशु के हाथों में दिया और कहा देखो क्या मेरा लंड लोहे का है ,जो तुम डर रही हो .सभी लड़किया ऐसे ही लंड से चुदती हैं .बिना चुदाई के सुहागरात का क्या मतलब ?तुम खुद देखना कितना मजा आता है .
चलो जरा अपनी चूत दिखाओ ,कितनी गहरी है ,फिर मैं लंड का नाप देखता हूँ ,कि कितना अन्दर तक घुस सकता है .जैसे ही निशु ने चूत खोली ,मैंने चूत को चाटना शुरू कर दिया ,औ कहा कि निशु चूत तो बड़ी टेस्टी है .इसका रस वियाग्रा का काम करता है चूत का रस पीने से मर्द हमेशा जवान रहता है .क्या तुम मुझे चूत का रस नहीं दोगी? यह सुन कर निशु ने चूत और फैला दी .मैंने भी चूत अन्दर तक जीभ डाल कर रस पीना शरू करदिया .थोड़ी ही देरमे निशु मस्त हो गयी ,उसे मजा आने लगा ,वह बार बार मेरा कड़क लंड हाथ में दबाने लगी .और अपनी चूत को सहलाने लगी ,मैं समझ गया कि अब चूत गर्म हो गयी है .मैं निशु के निपल मसलने लगा .इस से चूत में वासना की आग और भड़क गयी .निशु अपनी कमर उछालने लगी .मैंने यह देखकर अपना लंड निशु के मुंह में देदिया .जिसे वह प्यार से चूसने लगी .
निशु के थूक से लंड चिकना हो चूका था .अब देर करना ठीक नहीं था
इतना सुन ने के बाद शीलू मेरी दोस्त ने पूछा फिर क्या हुआ ?क्या आपने लंड अन्दर घुसा दिया था ?
मैंने बताया की ,मैंने निशु की कमर के नीचे एक तकया रख दी ,जिस से चूत का छेद सामने हो जाये .फिर मैंने निशु को जोर से जकड लिया और उसके दोनो बोबे पकड़ लिए .और निपल चूसने लगा .चूत और रसीली हो गयी .और फड़कने लगी ,जैसे लंड को बुला रही हो .फिर मने लंड को चूत के ऊपर फिराया ,जिस से निशु को सिहरन सी होने लगी .
फिर मैंने धीमे से लंड का टोपा चूत में घुसाया .एक झटके ने एक चौथाई लंड अन्दर समां गया .निशु जोर से ओय ओय करने लगी .चूत की की सील नहीं टूटी थी .मैंने अपना मुंह निशु के मुंह पर रख दिया ताकि वह चिल्ला न सके .मैं लगातार निशु के बोबे दबा रहा था और निपल चूस रहा था.फिर मैंने एक जोरदार झटके से आधे से अधिक लंड चूत में ठोक दिया .चूत की सील टूट चुकी थी .निशु दर्द सह गयी थी .उसे पटता की एक न एक दिन चूत में लंड जरुर डाला जायेगा .चुदवाना हरेक चूत की किस्मत में लिखा होता है .इसलिए अच्छा यही है की दर्द को सहकर चुदाई का मजा लिया जाये .कब तक बचा जा सकेगा ?जिंदगी भर चुदवाना पड़ेगा
फिर एक और झटके में पूरा लंड जड़ तक अन्दर चला गया ,मैं थोड़ी देर शांत रहा ,ताकि चूत में लंड के लिए जगह बन जाये .फिर मैंने पहले धीमे धीमे ,बाद में जोर डर धक्के लगाये ,जिस से लंड बार बार अन्दर बहार होने लगा ,निशु हर धक्के पे उह उह उफ़ उफ़ करत रही ,और लंड के वार सहती रही .आधे घंटे के बाद निशु मो मजा आने लगा .उसने मेरी पीठ पर टांगे फस ली .और मेरे हरेक धक्के का जवाब कमर उछल करदेने लगी और बोलने लगी सचमुच मुझे बड़ा मजा अरह है .आपके लंड में जैसे जादू कर दिया है .मई स्वर्ग का आनंद ले रही हूँ .ऐसा लग रहा है की मैं चुदवाती रहू ,आप चोदते रहें .लंड रत भर अन्दर बाहर होता रहे ,मैं इस लंड की दीवानी हो गयी हूँ ,
मैंने कहा निशु तुम्हारी चूत भी मस्त है ,ऐसा लगता लंड चूत के अन्दर ही रहने दूँ फिर करीब एक घंटे तक चुदायी के बाद निशु की चूत ने पानी छोड़ दिया .उसी के दो मिनट बाद मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी निशु की चूत में गिरी तो निशु ख़ुशी से मस्त हो गयी .उसकी छुट को ठंडक सी पड गयी .उसने चूत से रस निकल कर चाट लिया .अज तक हम यही करते है .मुझे आज भी जब उस रात की याद आती है ,तो मई तुरंत निशु को कमरे में बुलालेता हूँ ,वह समझ जाती है की ,चुदाई का प्रोग्राम होने का इशारा है .और वह्चुदाने को तैयार हो जाती है ,चाहे दोपहर का समय हो चाहे रात का समय हो .आज भी उसकी चूत का रस मजा देता है .
मेरी यह कहानी पढ़कर मेरी दोस्त जरुर हॉट हो रही होगी .और मुझे विश्वास है वह मुझे हमेशा याद रखेगी ,
गांड मारने की कहानी अगली बार .तब तक मजा लेते रहिये
मैं अपनी उस दोस्त लड़की का आभारी हूँ जिसने यह सच्ची कहानी लिखने की प्रेरणा दी है .उस लड़की नाम "S "से है वह मुझे अच्छी लगती है .
यदि वह कहेगी तो एक और कहानी भेज दूंगा .












Thursday, April 7, 2011

चुदाई के असली मजे

दोस्तो क्या आप चुदाई के असली मजे लेना चाहते है तो इन बातो का ध्यान रखे ।
जब आप कंडोम या नीरोध लेने जाये तो सरकारी नीरोध को ना खरीदे । असली मजे के लीये कंपनी के कंडोम हीकरीदे वो भी डॉटेड कॉन्डोम । आपको ज्यादा महगें नही पडेगे।
डॉटेड कंडोम से चुदाई करने मे लडकी को बड़ा मज़ा आता है । चुकी डॉटेड कंडोम चूत मे बड़ा मज़ा देते है। इससेलडकी को बहुत संतुस्ती मीलती है।
यदी आप शादी शुदा है तो मनाली या कश्मीर जाकर वहा ठुकाई करे ।
लडकी की मर्जी के बगेर चुदाई न करे । लडकी को Sex Movie दीखाये । चुकी शादी से पहले उनको Sex Movie देखने का मोका नही मील पाता है। इनसे उनको कई नए नए पोज मे चूद्वाने मे आसानी पडेगी ओरआपको भी सीखाने की जरूरत नही पडेगी ।
यदी आपके घर मे बड़ा बाथरूम है तो लडकी को चोदने को मज़ा वही है मेरे दोस्त। दोनो कपडे पहन कर बाथरूम मेजाओ फीर लडकी को Shower मे नहलाओ । जब उसको चूमो । उसके कपडे एक एक कर के उतारो । उसकोपूरा नंगा मत करो ब्रा ओर चड्डी मे रहने दे ।

फीर वो आपके कपडे उतरेगी । आप भी चड्डी मे ही रहे । फीर उसको नहलाओ उसके । उसके होठो की चुम्मी लेउसको जांघ पर चूमे ।
फीर उसकी ब्रा उतारे ओर उसकी छोटी सी चड्डी भी। आप भी अपनी फ्रेंची उतर दे। उसके चूचों को सहलाये , चूचों को चूमे । उसके कान को हलके से कांटे । उसके चूतड पर हाथ लगाए ओर उसे दबाये ।
उसको आपनी बाहो मे ऊठा ले । SEX MOVIE की तरह उसकी टांगो को आपनी कमर पर लाए ओर उसके होठोकी चूम्मी ले । उसे चूमे ।
उसके चूच्क को चेक करे क्या वो तने हुए है । यदी हां तो उसको फर्श पर लेटा दे ओर अपने लंड को उसकी चूत पर एक मिनट तक घूमाये ओर फीर डॉटेड कंडोम से उसकी चुदाई करे । हर बार चुदाई से पहले ऐसा काना जरूरी है ताकी आप ओर आपकी बीवी को sex का भरपूर मज़ा मील सके । आप चुदाई के कई नए प्रकार के पोज बाना सकते है पर बीवी पर इसका प्रयोग सोंच समझ कर ही करे। चुकी कयी गलत पोज लडकी की बच्चे दानी पर प्रभाव दाल सकती है।

Wednesday, April 6, 2011

लंड बड़ा करने का उपाय

कई लड़कों का लंड का साइज़ छोटा होता है ऐसे लड़कों को अपना लंड का साइज़ पर विशेष ध्यान देना चाहिए अगर लंड का साइज़ बड़ा नही है तो किसी लड़की को चोदते के समय शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है लड़की को बड़ा लंड ज्यादा पसंद आता है यहाँ पर लंड को बड़ा करने का देशी तरीका बताया जा रहा है
15 साल के लड़के का खड़ा लंड का साइज़ कम से कम 6 इंच का होना चाहिए अगर कोई 15 अथवा उस से अधिक उम्र का है और उसका लंड का साइज़ 6 इंच से कम है तो उसे अपने लंड का साइज़ बड़ा करने के लिए निम्न प्रकार का तरीका अपनाना चाहिए

सबसे पहले अपने किसी खास मित्र या रिश्तेदार को अपने इस काम में सहायता के लिए तैयार करें क्यों कि इस प्रक्रिया को करने के लिए आपको एक अन्य आदमी की जरूरत पड़ेगी 100 ग्राम सरसों तेल में 25 ग्राम हल्दी और सुपाड़ी डाल कर उस को गर्म कर उसे एक बोतल में स्टोर कर ले

अब रात को अपने पेंट को खोल लें और लंड में वो तेल अच्छी तरह लगायें अच्छी तरह से तेल लगाने के बाड अपने साथी को कहें कि वो आपके लंड को अपनी मुठ्ठी में पकड़ ले और आप अपने एक हाथ से अपने लंड को अंडकोष से लगे हुए सिरे को अच्छी तरह से कस कर पकड़ लें. आपका साथी अपने अंगूठे को मोड़ कर लंड को पकड़ कर आगे की तरफ़ उसी प्रकार खींचे जिस प्रकार गाय का दूध दुहते समय उसके थन को पकड़ का नीचे की तरफ़ खींचा जाता है याद रहे की लंड को सिर्फ़ आगे की तरफ़ खींचना है कम से कम 10 मिनट तक लंड को अंगूठे से दबाब बना कर आगे की तरफ़ खींचते रहना है इस प्रकार कम से कम 200 बार आपका लंड को आगे की तरफ़ खिंचा जाना चाहिए एक तरफ से आप अपने लंड को कस कर पकड़ें रहें. इस से आपके लंड पर सामने की तरफ काफी दवाब आता है. चुंकी आपने अपने लंड का पहला सिरा (अंडकोष के साथ लगने वाला भाग) को अपने हाथ से कस कर पकड़ा हुआ है इसलिए लंड को 10 -15 मिनट खींचने के बावजूद आपके लंड से माल नहींनिकलेगा. अगर लंड से माल भी निकल जाता है तो भी इस प्रक्रिया को कम से कम 10 मिनट तक करना है यह काम स्वयं करना मुश्किल है क्यों की लंड को लागातार आगे की तरफ़ खींचना मुश्किल होता है और लंड से माल निकलने के बाद अपने से लंड को आगे की तरफ़ खींचने का मन नही करेगा इसलिए एक साथी की जरूरत है ताकि वो आपका माल निकलने के बाद भी आपके लंड को आगे की तरफ़ खींच के उसकी मालिश करता रहे अगर आप ऐसे दोस्त की मदद ले जिसका लंड भी छोटा हो तो आप अपने बाद उसका लंड को भी उसी प्रकार से तेल लगा कर खीचे याद रहे लंड को कभी भी पीछे की तरफ़ आते समय हाथ का कोई दवाब नही बनाना है सिर्फ़ हर बार जोर से पकड़ कर आगे की तरफ़ खींचे लंड की इस तरह से मालिश कर रात भर बिना कपड़े के ही रहना है ताकि लंड का तेल कपड़े में लग कर सुख ना पाए अगर आप 45 दिन तक रोज़ अपने लंड की इस तरह से मालिश करवाएंगे तो 45 दिन में लंड का साइज़ 2 इंच बढ़ जायेगा. इस प्रक्रिया को जिक्लिग़ करना कहा जाता है. इस से एक अन्य फ़ायदा ये भी होता है कि आपके लंड का स्टेमिना काफी बढ़ जाता है यानी जब आप किसी कि चुदाई करेंगे तो कम से कम 25 मिनट तक आपके लंड से माल नहीं निकलेगा और आप आराम से चुदाई का मज़ा लेसकेंगे.
अगर किसी लड़के की शादी हो गई है और उसे अपने छोटे लंड या जल्दी झड जाने के कारण पत्नी के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है तो वो अपनी पत्नी को चोदने के बाद पत्नी से उसी प्रकार से अपने लंड की मालिश करवाएं उनके लंड का साइज़ 30 दिन में 2 इंच बढ़ जायेगा और चुदाई का समय भी 20 मिनट तक बढ़ जाएगा. इस प्रकार की मालिश से लंड के साइज़ में 4 से 5 इंच तक की वृद्धी देखी गई है

गांड मारने और मरवाने का सही तरीका

बहूत बार पुरूष किसी लड़की की बुर चुदाई करते करते उसके गांड की चुदाई करना चाहते हैंकई बार लड़कियों को मासिक धर्म के समय उसकी चूत की चुदाई नही किया जा सकती हैऐसी परिस्थति में लड़की की गांड की चुदाई के अलावा कोई और उपाय नही मिलता हैलेकिन लड़कियां जल्दी गांड मरवाने के लिए तैयार नही होती हैं. ऐसे हालत में कुछ सावधानी बरतने से गांड मारने का मज़ा भी लिया जा सकता है

सबसे पहले लड़की को इस बात के लिए राज़ी करें कि उसकी गांड मारने से कोई प्रॉब्लम नही होगा और लड़की को उतना ही मज़ा आएगा जितना की उसकी चूत की चुदाई में। जब वो मान जाए तो उसके बाद उसके बदन से सभी कपड़े उतार कर उसके बदन को अच्छी तरह से सहलाएं. इस से उसका बदन गर्म होगासकी चुचियों को चूस चूस कर उसे मतवाला बनाइये. चूची किसी भी लड़की या औरत की कमज़ोर नस होती है. अच्छी तरह से गर्म हो जाने के बाद लड़की को गांड मारने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने को कहें. वो तैयार हो जाए तो सबसे पहले उस से अपने लंड में तेल या क्रीम लगवाएं. जब आपके लंड मेंपूरी तरह से तेल या क्रीम लग जाए तो लड़की को उसके टखने के बल बैठ जाने बोलेंफिर उसे आगे की और हाथ के बल झुका दें इस प्रकार वो किसी चौपाये जानवर की तरह अपना पोजीशन बना ले। हालांकि और भी कई तरीके हैं गांड मरवाने के लिए आसन के. कुछ लड़कियां खड़े खड़े ही आगे की तरफ झुक जाती है तथा अपने दोनों पैरों को खोल देती हैं. कुछ लड़कियां अपने एक पैर को किसी उंची मेज़ पर रख कर आगे की तरफ खुक कर गांड खोलती हैं. कुछ लकड़ियाँ मर्द के लंड पर इस प्रकार बैठती हैं जिससे उसके गांड में मर्द का लंड धीरे धीर प्रवेश कर जाए.

जब लड़की गांड मरवाने के लिए पोजीशन बना ले तब
उसके दोनों हाथो से उसे गांड पर हाथ फेरें और उसके गांड को हाथ से फैलाएं जब उसका गांड का छेद दिखने लगे तो उसको धीरे धीरे छुएं इस से लड़की को बहूत मज़ा आता हैअब उसके गांड के छेद को कुछ देर सहलाएं इस से लड़की को आप पर भरोसा होता है. अब कोई तेल या क्रीम लें और और उसके गांड में बहूत सा तेल दे कर गांड के अन्दर तक ऊँगली से दे देना चाहिएउसके गांड में इतना तेल डालें कि उसके गांड के छेद से तेल गिरने लगेउसके बाद एक हाथ से लड़की की गांड फैलाएं और एक हाथ से अपने लंड को उसके गांड के छेद पर रखें अब लड़की को बोल दें कि वो गांड में लंड को घुसाने वाला हूँ इसके बाद धीरे धीरे लंड को उसके गांड में डालें एक बार में पूरा लंड को गांड में नही डालना चाहिए. पहले थोड़ा थोड़ा लंड को लड़की के गांड में डालना चाहिएधीरे धीरे उसका गांड चौडा होने लगता हैऔर लड़की अपने शारीर को इधर उधर कर के गांड को और फैलाती है ताकि मर्द का लंड उसके गांड में सही तरीके से एडजस्ट हो सके. फिर धीरे धीरे अपना पुरा लंड लड़की के गांड में घुसाएँ पहली बार में पूरा लंड लड़की के गांड में घुस जाए तो लंड को गांड में रख कर रुके रहना चाहिएइस से लड़की को अपने गांड को मर्द के लंड के लिए जगह बनने में सहूलियत मिलती है2 मिनट के बाद अपने लंड को धीरे धीरे उसके गांड में आगे पीछे करना शुरू करें अपना एक हाथ को लड़की के चूची पर रख कर उसे कंट्रोल में रखने की कोशिश करनी चाहिए2 मिनट के बाद लंड को लड़की के गांड से आधा बाहर निकाल के उस पर फिर से इस प्रकार से तेल डालें ताकि तेल आपके लंड से होते हुए उसके गांड में चला जाएइस प्रकार जब इतना तेल हो जाए की तेल उसके गांड से बाहर गिरने लगे तो उसकी गांड की चुदाई फिर से स्टार्ट करें इस बार आपके और लड़की दोनों के आनंद में कई गुना इजाफा हो जाएगाइस प्रकार उसके गांड की चुदाई तक करो जब तक की लड़की के चूत से 2 बार माल नही निकल जाता हैअपना माल लड़की के गांड में ही गिराएं. इस से लड़की को आनद आता है.
उस
प्रकार आप पाओगे कि लड़की अब गांड मरवाने में ना - नुकर नही करेगी

बुर चूसने में सावधानियां

कई बार लड़के किसी लड़की का बुर चूस कर उसका मज़ा उठाना चाहते हैं। दरअसल बुर चूसने में भी एक अलग प्रकार का आनंद है। लेकिन बुर चूसने के समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है। सबसे पहले लड़की की बुर के सभी बाल को सेफ्टी रेज़र से साफ़ कर ले। उसके बाद उसके बुर को साबुन से अच्छी तरह से धो डालें। साथ ही ये कन्फर्म हो लें की लड़की को कोई बिमारी तो नही है। अब लड़की को नंगा कर के अपने सामने लिटा दें। उसके दोनों पैरों को मोड़ कर आजू बाजू फैला दें। इस से लड़की की बुर साफ़ साफ़ दिखने लगेगी। अब उसके बुर को अपने हाथों से धीरे धीरे सहलाएं। थोडी देर में ही लड़की की बुर चिपचिपी हो जायेगी। अब अपने मुह को लड़की के चूची पर ले जा कर उसे चूसें। धीरे धीरे उसके बुर की तरफ़ अपना मुह ले जाएँ। अब उसके बुर को अपने होठो से चूमें। धीरे धीरे उसके चिपचिपे बुर का रस को ऊपर ऊपर स्वाद लें। अब अपने हाथ से उसके बुर को पकड़ कर फैलाईये। अब आपको उसके अन्दर लालिमा दिखेगा। अब अपनी जीभ को उस बुर के अन्दर डालिए और बुर के अन्दर का स्वाद लेने की कोशिश कीजिये। अब इस तरह से मज़ा लीजिये मनो उसके बुर को आप खाना चाहते हों। पूरे मुह में उसके बुर को भर लीजिये। और जी भर के चूसिये। थोडी देर में है लड़की के बुर से सफ़ेद माल निकलने लगेगा। उसे जीभ से चाटिये। अगर लड़की बुर थोडी बास मार रही हो तो लड़की के बुर में शहद अथवा थोडी बियर डाल दीजिये। अब लड़की के बुर का स्वाद का मज़ा लीजिये। १३ से १८ साल की लड़की का बुर का स्वाद बहूत मस्त रहता है. जब भी १३ से १८ साल की लड़की को चोदना हो तो उसका बुर को अवश्य ही चूसें। इन कम उम्र की लड़कियों का बुर आप बेझिझक चूस सकते हैं। बुर को तब तक चूसिये जब तक की बुर से माल न निकलने लगे। कम उमर की लड़कियों का माल आप पी भी सकते हैं। हरेक लड़की को सबसे ज्यादा मज़ा अपना बुर चटवाने में आता है. लड़की सदा के लिए आपकी गुलाम बन जायेगी। एक बार लड़की का माल आप के चाटने से निकल गया तो फ़िर आप जैसा कहेंगे लड़की उस प्रकार से आपसे चुदवाने के लिए तैयार रहेगी। आप अपना लंड भी उस से चुसवा सकते हैं।