Wednesday, August 3, 2011

मेहनत की कमाई

मेरा नाम आनंद राज है .मैं अपने माँ बाप का छोटा लड़का हूँ ,मेरेपिता एक प्रसिद्द वैद्य थे .उन्होंने हमारी पढाई में कोई कमी नहीं रखी,लेकिन मैं बचपन में थोड़ा दुबला था ,इसलिए पढाई में भी कमजोर था .मेरा बड़ा भाई एम् कोम करने के बाद एक कंपनी में काम करने लगा .मेरी माँ चाहती थी की मैं भी अपने भाई की तरह पढ़ कर कोई अच्छी सी नौकरी करने लगूं,और मेरी भी शादी हो जाए .एक साल पहले ही मेरे भाई की शादी हुई थी .मैंने जैसे तैसे बी कोम कर लिया ,और नौकरी की तलाश करने लगा ,लेकिन सफलता नहीं मिली .मेरी माँ मुझे मोटा तगड़ा बनानेके लिए मुझे तरह तरह की दवाइयां खिलाती रहती थी .इस से फायदा तो हुआ ,लेकिन उन दवाइयों से मेरा लंड अचानक लम्बा और मोटा होने लगा .एक साल में मेरे लंड की लम्बाई 11 इंच और मोटाई 3 इंच हो गई .इसके अलावा मुझे एक और बीमारी लग गयी ,कि जब भी किसी सेक्सी लड़की की गांड या बूब देख लेता था ,तो मेरा लंडपैंट में खुद खड़ा हो जाता था .और उसे अन्दर दबाये रखना मुश्किल हो जाता था .मेरे दोस्त मुझे लंडराज कहने लगे .तभी मेरे भाई को एक अच्छी नौकरी का ऑफर मिल गया ,और उसे ट्रेनिंग के लिए बंगलोर जाना पड़ा .एक महीने के बाद उसे पक्की नौकरी मिलाने वाली थी .और वेतन भी अधिक था .माँ को मेरी चिंता सता रही थी ,वह बार बार मुझसे कोई काम तलाश करने पर जोर देने लगी .एक दिन इसी बात पर चर्चा हो रही थी ,तभी मेरी भाभी "अमीषा "बाथरूम से गीले कपडे पहने ही बाहर निकली .माँ बातों में व्यस्त थी .जैसेही मेरी नजर भाभी पर और तुरंत मेरा लंड खड़ा हो गया .उस समय मैं नहाने की तयारी कर रहा था ,और सिर्फ चड्डी पहने हुआ था .तभी माँ किसी औरत के बुलाने पर उसके साथ चली गयी .भाभी मेरे लम्बे लंड को देखकर थोड़ी देर तक खडी रही ,और अपने कमरे की तरफ जाते हुए मुझे पीछे आने का इशारा कर गई .
मैं भाभी के पीछे उसके कमरे में गया ,तो वह केवल पैंटी और ब्रेजिअर पहने पलंग पर बैठी थी .उसे इस हालत में देख कर मेरा लंड और कड़क हो गया .भाभी बोली आनंद तुम्हें नौकरी चाहिए ,तो मैं ऐसी नौकरी दिलवा सकती हूँ ,इसमे तुम बिना मेहनत हजारो रूपया हर महीने कम सकते हो .मैंने कहा लेकिन मेरे पास न तो कोई बड़ी डिग्री है ,और न सिफारश है .फिर ऐसी नौकरी कैसे मिल सकती है .भाभी ने कहा तुम्हारे पास एक ऐसी चीज है ,जिस से रुपयों की बरसात हो जायेगी .लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझको अपनी एक चीज देना पड़ेगी .और मुझे खुश करना होगा .मैंने कहा तुम जैसा कहोगी ,वैसा करूँगा ,जो मांगोगी दूंगा .मैं कसम खाता हूँ ,भाभी ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड कर कहा आनंद आज तुम अपने इसी लम्बे लंड से मेरी चूत की प्यास बुझा दो .बहुत दिनों से ऐसा मस्त लंड नहीं देखा है .मेरी चूत गर्म हो रही है .इसे ठंडी कर दो .तुम्हें नौकरी दिलवा दूंगी .मैंने कहा तुम मेरी भाभी हो ,क्या ऐसा करना उचित होगा .भाभी बोली आनंद जब लंड खड़ा हो और चूत गर्म हो तो तो सारे रिश्ते बेकार हो जाते हैं .सिर्फ चुदाई का रिश्ता रह जाता है .चूत और लंड की कोई जाति या रिश्ता नहीं होता है
मैं भाभी के पीछे उसके कमरे में गया ,तो वह केवल पैंटी और ब्रेजिअर पहने पलंग पर बैठी थी .उसे इस हालत में देख कर मेरा लंड और कड़क हो गया .भाभी बोली आनंद तुम्हें नौकरी चाहिए ,तो मैं ऐसी नौकरी दिलवा सकती हूँ ,इसमे तुम बिना मेहनत हजारो रूपया हर महीने कम सकते हो .मैंने कहा लेकिन मेरे पास न तो कोई बड़ी डिग्री है ,और न सिफारश है .फिर ऐसी नौकरी कैसे मिल सकती है .भाभी ने कहा तुम्हारे पास एक ऐसी चीज है ,जिस से रुपयों की बरसात हो जायेगी .लेकिन इसके लिए तुम्हें मुझको अपनी एक चीज देना पड़ेगी .और मुझे खुश करना होगा .मैंने कहा तुम जैसा कहोगी ,वैसा करूँगा ,जो मांगोगी दूंगा .मैं कसम खाता हूँ ,भाभी ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड कर कहा आनंद आज तुम अपने इसी लम्बे लंड से मेरी चूत की प्यास बुझा दो .बहुत दिनों से ऐसा मस्त लंड नहीं देखा है .मेरी चूत गर्म हो रही है .इसे ठंडी कर दो .तुम्हें नौकरी दिलवा दूंगी .मैंने कहा तुम मेरी भाभी हो ,क्या ऐसा करना उचित होगा .भाभी बोली आनंद जब लंड खड़ा हो और चूत गर्म हो तो तो सारे रिश्ते बेकार हो जाते हैं .सिर्फ चुदाई का रिश्ता रह जाता है .चूत और लंड की कोई जाति या रिश्ता नहीं होता है
भाभी की यह बात सुनते ही मैं उसके ऊपर सवार हो गया .औरुसकी टांगें फैलाकर अपना लंड उसकी गुलाबी चूत के छेद पर रख दिया .और चूचिया पकड़ कर अपना मुंह भाभी के मुंह पर रख दिया .फिर एक जोर का धक्का मारा और लंड गप से चूत में समां गया .हालाँकि भाभी चुद चुकी थी ,लेकिन उसके मुंह से हाय निकल गई .वह बोली आनंद जरा धीमे से चोदो ,कहीं मेरी चूत किसी के भी कामकी नहीं रह जाये .मैंने धक्के लगते हुए कहा भाभी यह लंड रुकने वाला नहीं है ,चाहे चूत बर्बाद हो जाये .चूत तो फदवाने के लिए होती हैं .तुम आज की चुदाई हमेशा याद रखोगी .भाभी चुदती रही और उफ़ उफ़ ,ओय ओय करती रही .करीब चालीस मिनट की चुदाई में भाभी का तीन बार पानी निकला .तब मैंने अपना गर्म गर्म वीर्य उसकी चूत में डाला तो वह शांत हो गयी .उसके कपडे वीर्य से सन गए .और उसकी चूत से वीर्य रिस कर टपकने लगा .मैंने कुछ वीर्य उसकी छातियों पर भी गिरा दिया था .दस मिनट के बाद भाभी उठी और दोबारा नहाने के लिए जाने लगी .
लेकिन मेरी इच्छा कुछ और मजा लेने की थी .मैं भाभी के पीछे बाथरूम में घुस गया ,और बोला ,मैंने ही तुम्हें गंगा किया है .इसलिए मैं तुम्हें अपने हाथों से नहालाउंगा.फिर मई साबुन लेकर भाभी के शरीर पर लगाने रहा .उसे भी मजा आने लगा .जब मैंने भाभी की चूत और गांड पर हाथ लगाया तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया .तभी भाभी साबुन उठाने लिए झुकी .उसकी गोल गांड मेरी तरफ हो गयी .मैंने अनजान बनकर अपना लंड गांड के पास रखा तो ,भाभी चौंक कर बोली क्या अब मेरी गांड मरने का इरादा है .मेरी चूत तो तुमने लाल कर दी है .मैंने कहा अभी तो तुमने आधा मजा लिया है .अभी मेरे लंड का कमाल पीछे से भी देखो .भाभी बोली अगर मेरी गांड फट गयी तो क्या होगा .तुम्हारा लंड तो घोड़े की तरह है .और मेरी गांड सकरी है .मैंने कहा भाभी मुझे गांड मारने का अनुभव है .कुछ नहीं होगा ,सिर्फ तू अपनी गांड को ढीली छोड़ देना .लंड गांड में खुद रास्ता बना लेगा .
फिर मैंने अपने लंड और भाभी की गांड के छेद पर तेल लगा दिया .और भाभी की कमर पकड़ कर धक्का मारा .आधा लंड गांड को चीर कर अन्दर चला गया .दर्द के मारे भाभी मुंह लाल हो गया .वह लम्बी लम्बी साँस लेने लगी .तभी मैंने फिर जोर का धक्का मारा .पूरा लंड अन्दर समां गया .इसके बाद मैंने ऐसे धक्के लगाये क़ि भाभी की चूत से भी पानी निकल गया बाद में भाभी को अपने लंड पर बिठाकर भी जमकर गांड मारी.
आधा घंटे गांड मरवाने के बाद भाभी बोली आनंद तुमने मुझे पूरा गांडू बना दिया .मेरी गांड एकदम पोली हो गयी .इसमे गधे का लंड भी आराम से चला जायेगा .बड़ा मजा आया .मुझे समझ में नहीं आता कि औरतें गांड मरवाने से क्यों झिझकती है .आज मेरी गांड तुम्हारे लंड को दुआ दे रही है .आज से मेरी चूत और गांड तुम्हारी है ,जैसे चाहो चोदो.अगर्तुम रात दिन चोदोगे तो मैं मना नहीं करुँगी .मेरी तो यही इच्छा है कि तुम्हारा लंड मेरी चूत और गांड में घुसा ही रहे .
इसके बाद जब भाभी चलने लगी तो टांगें फैला कर चल रही थी .गांड सूज गयी होगी शायद .सबको ऐसी भाभी मिले यही मेरी दुआ है .
आगे की कहानी फिर बताऊंगा .